Friday, February 10, 2017

वेलेंटाइन डे 2017 - चुनिंदा हृदयस्पर्शी शेर-ओ-शायरी संग्रह : प्रेम, प्यार, इश्क, मुहब्बत

वेलेंटाइन डे - चुनिंदा हृदयस्पर्शी शेर-ओ-शायरी संग्रह : प्रेम, प्यार, इश्क, मुहब्बत


Valentine Day - Best Heart Touching Shayari Collection on LOVE, PYAR, ISHQ, MOHBBAT in Hindi

हर धड़कते पत्थर को लोग दिल समझते हैं                
उम्र बीत जाती है दिल को दिल बनाने में                     
बशीर बद्र

मिट चले मेरी उमीदों की तरह हर्फ़ मगर
आज तक तेरे ख़तों से तिरी खुशबू न गई
 ➤अख्तर शीरानी

तूने देखी है वो पेशानी, वो रुखसार, वो होंठ
जिंदगी जिनके तसव्वुर में लुटा दी हमने
तुझ पे उट्ठी हैं वो खोई हुई साहिर आंखें
तुझको मालूम है क्यूं उम्र गंवा दी हमने
फ़ैज

जिसको तुम भूल गये, याद करे कौन उसको
जिसको तुम याद हो, वो और किसे याद करे
जोश मलीहाबादी

जिसकी दूरी में ये लज्जत है कि बेताब है दिल,
आ गये वो जो कहीं पास तो फिर क्या होगा।
शायर लखनवी

हर आन में हर बात में हर ढ़ंग में पहचान
आशिक है तो दिलबर को को हर-इक रंग में पहचान
नजीर अकबराबादी

मुद्दत के बाद उसने जो कि लुत्फ़ की निगाह
जी खुश तो हो गया मगर आंसू निकल पड़े
कैफी आजमी

सिर्फ इस मुहब्बत की रोशनी तो बाकी है,
वरना जिस तरफ देखो, दूर तक अंधेरा है।
कमर सिद्दिकी

यूं तसल्ली दे रहे हैं हम दिले-बीमार को,
जिस तरह थामे कोई गिरती हुई दीवार को।
कतील शिफाई

इश्क़ पर ज़ोर नहीं, है ये वो आतिश ग़ालिब                   
कि लगाए न लगे और बुझाए न बने                    
मिर्ज़ा ग़ालिब

Friday, December 23, 2016

नववर्ष 2017 पर चुनिंदा हृदयस्पर्शी शेरो-शायरी संग्रह NEW YEAR 2017 Best Hindi Shayari Collection

नववर्ष 2017 पर चुनिंदा हृदयस्पर्शी शेरो-शायरी संग्रह
Best Collection of HAPPY NEW YEAR 2017 Heart Touching Shayari
NEW YEAR 2017 : Best Hindi Shayari Collection

गुजरते वक्त के बुझते हुए चिरागों से,
नए चिराग जलाओ तो कोई बात बने।
-- माहिर इकबाल इलाहाबादी


रफ़्तार-ए-उम्र कत-ए-रह-ए-इज्तिराब है
इस साल के हिसाब को बर्क आफ़ताब है।
-- ग़ालिब

साल भर मागूंगा खुशियां की दुआ तेरे लिए,
साथ कुछ दिन साल के रख लो अगर मेरे लिए।
-- नामालूम


कई साल से कुछ ख़बर ही नहीँ,
कहाँ दिन गुजारा कहाँ रात की।
-- डॉ. बशीर बद्र

कैसे कह दूँ कि नये साल में कुछ बदलूंगा,
मेरे हाथों की लकीरें तो मकड़ जाला हैं।
-- चिराग रुदौलवी

साल बदला नज़ारे वही हैं, बदनसीबी के मारे वही हैं,
सिर्फ बदले हैं अपने कैलेंडर, चाँद सूरज सितारे वही हैं।
-- चिराग़ रुदौल्वी

पुराने साल का पुराना गम भूल जा मेरे हमदम,
नये साल में खुशियाँ हो ज्यादा और दुःख हो कम।
-- नामालूम

ताजा हवा के झोंकों से खुलती हैं सरहदें,
बिछड़े हुए लोगों को मिलायेगा नया साल।
-- स्व. इशरत मीर

खुदा करे तेरी फूलों में जिंदगी गुजरे,
ये साले-नव का हरेक पल हंसी ख़ुशी गुजरे।
-- मोहसिन सुहैल

Monday, November 21, 2016

बेहतरीन चुनिंदा हिन्दी/ऊर्दू शेरो शायरी संग्रह

बेहतरीन चुनिंदा हिन्दी/ऊर्दू शेरो शायरी संग्रह
BEST HINDI URDU SHAYRI COLLECTION

आखिर इन्सां तंग सांचों में ढला जाता है क्यों
आदमी कहते हुए अपने को शर्माता है क्यों
-- जोश मलीहाबादी


जिंदगी से मौत अच्छी जिसमें कुछ इज्जत तो है
देखिए किस शान से कंधे में लद कर जायेंगे
-- अज्ञात


हर वक्त जमाने का सितम सहते हैं,
हासिद जो बुरा कहते हैं, चुप रहते हैं।
जो नेक हैं, वह बदों को भी कहते हैं नेक,
जो बद हैं, वह नेकों को बुरा कहते हैं।।
-- अनीस


लग न जाये तुमको अपनी नजर।
हो सके तो खुद से परदा कीजिए।।
-- साहिर मानिकपुरी


उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो।

न जाने किस गली में जिंदगी की शाम हो जाये।।
-- बशीर बद्र

Monday, October 10, 2016

विजयादशमी (दशहरा) पर विशेष : भगवान राम के प्रति इन महानुभाओं के विचार

DUSSEHRA (VIJYADASHMI) : BEST QUOTES IN HINDI 
विजयादशमी (दशहरा) पर विशेष : भगवान राम के प्रति इन महानुभाओं के विचार

संपूर्ण गुणों से युक्त श्री राम गंभीरता में समुद्र और धैर्य में हिमालय के समान हैं। वे धैर्य के मूर्तरूप हैं। 
-- महर्षि वाल्मीकि    
                
मंगल शक्ति के अधिष्ठाता राम जैसे पराक्रम और धीर हैं वैसा ही उनका शील भी है। 
-- रामचंद्र शुक्ल

गृहाश्रम भारतीय समाज की भित्ति है और रामायण उसका महाकाव्य।    -- रविंद्र नाथ टैगोर      

रामायण के चरित्रों ने संपूर्ण भारतीय जीवन को हजारों वर्षों से मंत्रमुग्ध सा कर रखा है। संसार के किसी अन्य महाकाव्य के पात्र इस तरह लोक जीवन में घुले-मिले नहीं दिखाई देते हैं। 
-- विनोबा भावे         
    
भारत की सभ्यता की रक्षा करने में रामचरितमानस की भूमिका सर्वोपरि है। इसके अभाव में लोगों का जीवन जड़वत और शुष्क बन जाता है। मानस अनुभवजन्य ज्ञान का भंडार है। 
-- महात्मा गांधी        

हाथ में दान, पैरों से तीर्थयात्रा, भुजाओं में विजयश्री, वचन में सत्यता, प्रसाद में लक्ष्मी, संघर्ष में शत्रु की मृत्यु- ये राम के स्वाभाविक गुण हैं। 
-- लक्ष्मण सूरि

Saturday, September 10, 2016

जीवन से जुड़े बेहतरीन शायरी -


BEST SHER O SHAYRI COLLECTION


गर जिंदगी में मिल गए फिर इत्तिफाक से
पूछेंगे अपना हाल तेरी बेबसी से हम।
-- साहिर

क्या कहिए किस तरह से जवानी गुजर गई
बरबाद करने आई थी, बरबाद कर गई।
-- दाग

किसी से मेरी मंजिल का पता पाया नहीं जाता
जहाँ में हूँ, फरिस्तों से वहां जाया नहीं जाता।
-- मख्मूर

जिंदगानी का मजा मिलता था जिनकी बज्म में
उनकी कब्रों का भी अब मुझको पता मिलता नहीं।
-- अकबर

जिन्हें शक हो वो करें और खुदाओं की तलाश
हम तो इंसान को दुनिया का खुदा कहते हैं।
-- फ़िराक

क्या बताऊँ दोस्तों, उनके ख्वाब आने का हाल,
झिलमिलाती झील में लरजा कोई महताब था।
-- कतील शिफाई

Saturday, August 6, 2016

Friendship Day Best Shayri Message Collection in Hindi (Share your Friends)


Friendship Day Best Shayri Message Collection in Hindi (Share your Friends)
फ्रेंडशिप डे पर बेहतरीन शायरी हिन्दी में (अपने दोस्तों से शेयर करें) -

बहुत छोटे हैं मुझसे मेरे दुश्मन,
जो मेरा दोस्त है मुझसे बड़ा है।
-- अहतर नफ़ीस

दुश्मनी जमकर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे,
जब कभी हम दोस्त बन जाएं तो शर्मिन्दा न हों।
-- डॉ. बशीर बद्र

ऐ दोस्त आ भी जा के मैं तसदीक कर सकूं,
सब कह रहे हैं आज फ़िजा खुशगवार है।
-- ख़ुमार बाराबंकवी

न किसी दोस्त ने पूछा न किसी दुश्मन ने,
मुद्दतों शहर में अपना यही सामान रहा।
-- तोराब शैदा

न जाने कब मौत का पैगाम आ जाए,
जाने कब जिंदगी की शाम आ जाए,
मुझे उस दिन का इन्तेजार है ऐ दोस्त,
मेरी जिंदगानी तेरे काम आ जाए।
-- आसिफ रजा

Sunday, July 10, 2016

बारिश पर बेहतरीन शेरो-शायरी - कहकशां - बारिश ,बरसात,घटा, मौसम

BEST HINDI/URDU SHAYARI COLLECTION OF BARASAT, BARISH, GHATA, MAUSAM
हिन्दी/उर्दू शायरी कहकशां - बारिश, बरसात,घटा, मौसम


प्यास वो दिल की बुझाने कभी आया भी नहीं,
कैसा बादल है कि जिसका कोई भी साया भी नहीं।
-- क़तील शिफ़ाई


कभी किसी के छत पर कोई पत्थर फेंके मत बारिश में,
कहां जायेंगे लोग बेचारे टूट गई गर छत बारिश में।
-- स्व. मुकीम भारती


गुज़रे दिनों की याद बरसती घटा लगे,
गुजरूं जो उस गली से तो ठंडी हवा लगे।
-- क़तील शिफ़ाई


घनघोर घटाएं हैं आसार है बारिश के,
निकलो न अभी घर से कागज का बदन लेकर।
-- मोहसिन सुहैल


दिल में है लगी आग तो आंखों में हैं आंसू,
बरसात में जलता हुआ घर देख रहा हूं।
-- सुखनवर हुसैन


काश तुम घटा लेकर गेसुओं की आ जाते,
दिल पे आग बरसाई रात भर सितारों ने।
-- अमीर अली अमीर


Saturday, June 18, 2016

BEST SHAYARI COLLECTION OF RAMADAN हृदयस्पर्शी शेर ओ शायरी संग्रह : रमज़ान, रोज़ा

Ramadan Sher O Shayari Message in Hindi 


कैसे करूं बयाँ है दिल की अजब है हालत,
कितना ये खुशनुमा है रमजान का महीना।
-- अफ़ताब यासिर

इबादत का नसीहत का शेफ़ाअत का महीना है,
महे रमज़ान तो ऐ मोमिनो जन्नत का जीना है।
-- मोहसिन सुहैल

हम तो टूट जाते हैं तीस दिन के रोज़े में,
भूख में गरीबों की ज़िंदगी गुजरती है।
-- दिनेश दानिश

माहे रमजाँ वक्त से पहले नहीं आता मगर,
घर की हालत देख बच्चों ने रोज़ा रख लिया।
-- निदा फाजली

रहता है जो रोज़ा कभी भूखा न रहेगा,
दुनिया में रहे हश्र में प्यासा न रहेगा।
-- अहमद फतेहपुरी

Tuesday, May 10, 2016

BEST HINDI SHAYRI COLLECTION बेस्ट हिन्दी शायरी संग्रह

BEST HINDI SHAYRI COLLECTION 
बेस्ट हिन्दी शायरी संग्रह 
 
दिल है कदमों पर किसी के सिर झुकाया ही न हो।
बंदगी तो अपनी फितरत है, खुदा हो या न हो।।
यह जनूं भी क्या जनूं, यह हाल भी क्या हाल है।
हम कहे जाते हैं, कोई सुन रहा हो या न हो।।
-- जिगर

दुनिया का अजीब कारखाना देखा,
किस-किसका न याँ हमने जमाना देखा।
बरसों रहा जिनके, सिर पर छ्तरे-जरी,
तुरबत पै न उनकी शामियाना देखा।।
-- अनीस

दुनिया में हूँ दुनिया का तलबगार नहीं हूँ।
बाजार से गुजरा हूँ, खरीदार नहीं हूँ।।
वह गुल हूँ खिजा ने जिसे बरबाद किया है।
उलझूं किसी दामन से, मैं वो खार नहीं हूँ ।।
-- अकबर

जमाने में उसने बड़ी बात कर ली।
खुद अपने से जिसने मुलाकात कर ली ।।
-- अज्ञात

कितने मुफलिस हो गये, कितने तवंगर हो गये।
खाक में जब मिल गये, दोनों बराबर हो गये ।।
-- जौक


Saturday, May 7, 2016

मदर्स डे बेस्ट हिन्दी मैसेज Mothers Day Best Hindi Message

मदर्स डे बेस्ट हिन्दी मैसेज
Mothers Day Best Hindi Message collection -

चिड़ियों की चहकार में गूंजे,
राधा-मोहन अली-अली
मुर्गे की आवाज से खुलती,
घर की कुंडी जैसी मां
बीवी बेटी बहन पड़ोसन,
थोड़ी-थोड़ी सी सब में
दिन भर एक रस्सी के ऊपर,
चलती नटनी जैसी मां
बांट के अपना चेहरा माथा,
आंखें जाने कहां गई
फटे पुराने इक अलबम में,
चंचल लड़की जैसी मां.
             -- निदा फ़ाजली